बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकीसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- पेशियों का विकास किन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जाता है? प्रकाश डालिए।
उत्तर -
पेशियों का विकास निम्न सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जा सकता है-
1. अतिरिक्त भार का सिद्धान्त - यदि एक निश्चित मात्रा में पशियों पर भार दिया जाता है तो इसका प्रभाव पर्याप्त नहीं होगा। इसलिए व्यायाम के समय भार की मात्रा को क्रमिक ढंग से बढ़ाना आवश्यक होता है। जब पेशियाँ थकी हों तब उन पर और अधिक दबाव दिया जाय तो उसे यान्त्रिकी दृष्टिकोण से अच्छा व्यायाम माना जाता है। जब पेशियों के भार वहन क्षमता में वृद्धि होती है तो खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
2. निरन्तरता का सिद्धान्त - व्यायाम में निरन्तरता आवश्यक है। यदि बीच-बीच में प्रशिक्षण बाधित होता है तथा हफ्तों व महीनों बन्द रहता है। तो यह कारगर प्रशिक्षण नहीं माना जाता है। इसीलिए आधुनिक खेलकूद प्रशिक्षण में ऑफसीजन जैसी अवधि को कुछ नहीं माना जाता है।
3. थकावट का सिद्धान्त - प्रशिक्षण की मात्रा उतनी होनी चहिए कि प्रशिक्षण समाप्त होते- होते पेशियों में थकावट महसूस होने लगे।
4. विश्राम या आपूर्ति का सिद्धान्त - खिलाड़ियों को कठिन व्यायाम नियत अन्तराल पर करना चाहिए जब पेशियों को अधिक मात्रा में व्यायाम दिया जाता है और वे थक जाती हैं तो उनको सामान्य स्थिति में लाने के लिए आराम की आवश्यकता होती है। आराम का अन्तराल कम से कम 48 घन्टे का होना चाहिए। इस बीच में हल्का व्यायाम करना चाहिए। ताकि आगामी कठिन प्रशिक्षण से पूर्व पेशियाँ पूरी तरह से सामान्य स्थिति में आ जायें। यदि प्रत्येक दिन कठिन प्रशिक्षण दिया जाता है तो पेशियाँ थक जाती हैं तथा उनकी शक्तियाँ क्षीण होने लगती हैं। ऐसी परिस्थिति में पेशियों का सामूहिक आपेक्षित विकास नहीं हो पाता है।
5. लम्बी अवधि के प्रशिक्षण का सिद्धान्त - प्रशिक्षण का लम्बा कार्यक्रम विकास व परिणाम के लिए आवश्यक होता है। यूँ तो विकास 6 सप्ताह के प्रशिक्षण के उपरान्त भी देखा जा सकता है। किन्तु उत्तरोत्तर विकास के लिए लम्बी अवधि तक प्रशिक्षण आवश्यक होता है। यही कारण है कि ऊँचे स्तर के खिलाड़ी आजकल प्रतिदिन अधिक से अधिक समय प्रशिक्षण में बिताते हैं और इस प्रकार अनेक वर्षों के प्रशिक्षण के बाद वे खिलाड़ी सफलता के उच्चतम मापदण्डों को प्राप्त करते हैं।
6. बाल / शक्ति के साथ शारीरिक दक्षता के अन्य तत्त्वों को विकसित करने का सिद्धान्त - सामान्यतः किसी भी कौशल में अधिक या कम मात्रा में शारीरिक दक्षता के सभी तत्त्वों की आवश्यकता पड़ती है। अतः एक सुनियोजित वैज्ञानिक प्रशिक्षण में सभी तत्त्वों को विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। खेल या कौशल विशेष की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दक्षता के तत्त्वों में गति एवं दमखम पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अतः एक प्रशिक्षण में शक्ति, गति, दम-खम आदि के साथ-साथ स्फूर्ति, तालमेल एवं सन्तुलन इत्यादि पर भी आवश्यकतानुसार आवश्यक ध्यान देना चाहिए।
7. सुरक्षा उपायों का सिद्धान्त - खेलकूद प्रशिक्षण में भी स्वास्थ्य को सर्वोपरि माना गया है और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण के दौरान समस्त सुरक्षा उपायों पर ध्यान देना चाहिए। थोड़ी-सी लापरवाही से बहुत बड़ा घातक हादसा हो सकता है। इन उपायों में उष्मीकरण अनुकूलन, प्रशिक्षण में क्रमिकता, पर्याप्त विश्राम, सन्तुलित आहार एवं समय-समय पर चिकित्सकीय परीक्षण अत्यन्त आवश्यक है। इसके अतिरिक्त कुछ प्रतियोगिताओं के दौरान सुरक्षात्मक उपाय और भी आवश्यक हो जाते हैं। जैसे-तैराकी, वेटलिफ्टिंग, जिमनास्टिक, हैमर थ्रो, डिस्कस थ्रो एवं पोलवाल्ट इत्यादि।
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- प्रश्न- किन्सियोलॉजी (Kinesiology) क्या है? इसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान के सिद्धान्त एवं लाभ का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान से आप क्या समझते हैं? इसकी आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- किन्सियोलॉजी पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में किनिसियोलॉजी की भूमिका स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान का शारीरिक शिक्षा में लाभ क्या है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशियों की भूमिका से क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान (गतिविज्ञान) से क्या समझते हो? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशियों का विकास किन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जाता है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आधारभूत गतियों को विस्तार से स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में गति के नियम व उनका शारीरिक क्रियाओं में उपयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आधारीय गतियों को समझाइए।
- प्रश्न- गति विज्ञान के नियम का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिक्रिया एवं संवेग के नियम का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र व गुरुत्व रेखा पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- अक्ष एवं तल पर टिप्पणी लिखिये ?
- प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं के उदाहरण के साथ परिभाषाएँ लिखिये। अथवा स्तर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अक्ष या धुरी पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- अक्ष और तल में क्या संबंध है ? इनका उपयोग किसलिये होता है?
- प्रश्न- तल कितने प्रकार का होता है?
- प्रश्न- अक्ष को अन्य किस नाम से जानते हैं ? इसके प्रकार बताइए।
- प्रश्न- शरीर में पाये जाने वाली संधियों का सचित्र वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मांसपेशी से आप क्या समझते हैं? मांसपेशियों के प्रकार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अस्थि पिंजर पेशियों के वर्गीकरण का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सारटोरिअस और क्वाड्रीसेप्स पेशियों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- मानव शरीर की किन्हीं दो माँसपेशियों का चित्र बनाकर खेलों में उनकी कार्यप्रणाली को समझाइए।
- प्रश्न- सन्धियों की गति की संक्षिप्त विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- स्थिर जोड़ तथा मामूली हिलन योग्य जोड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- पेशीय संकुचन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- डेल्टाइड पेशी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित मांसपेशीय के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए -(i)बाईसेप्स, (ii)हैमस्ट्रिंग, (iii) गैस्ट्रोनोमिनिस।
- प्रश्न- मांसपेशी के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए।
- प्रश्न- माँसपेशीय संकुचन को वर्गीकृत कीजिये।
- प्रश्न- ऐच्छिक माँसपेशियों के महत्वपूर्ण तत्व और कार्यविधि का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनैच्छिक मांसपेशियों के प्रमुख तत्वों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- हृदय के मुख्य तत्व कौन-से हैं ? इसके मुख्य कार्य संक्षेप में बताये।
- प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी और हृदय पेशी में क्या अन्तर हैं स्पष्ट कीजिये ?
- प्रश्न- मानव शरीर का माँसपेशी सिस्टम क्या है ? इसका वर्गीकरण कीजिये।
- प्रश्न- ऊपरी अग्रांग ( Upper Extremity) से आप क्या समझते हैं ? संक्षिप्त व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- निचले अग्रांग की सम्पूर्ण शृखंला को समझाये। इसका विस्तार से उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- कन्धे के जोड़ (Shoulder Joints) से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- एल्बो ज्वाइंट (कोहनी के जोड़) से आपका क्या अभिप्राय है संक्षेप में बताये?
- प्रश्न- गर्दन की गतिविधियाँ संरचना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- मानव शरीर में धड़ का क्या महत्व है ?
- प्रश्न- कूल्हे का जोड़ (Hip Joint) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये-
- प्रश्न- घुटने के जोड़ की संरचना समझाये।
- प्रश्न- कुहनी के जोड़ से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- न्यूटन के गति विषय नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चाल के न्यूटन के सिद्धान्तों को समझाइए एवं उदाहरण सहित इन सिद्धान्तों की खेलकूद में उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- न्यूटन के गति के तीसरे नियम को उदाहरण सहित समझायें।
- प्रश्न- क्रिया-प्रतिक्रिया के नियम का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- त्वरण के नियम सम्बन्धी सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यूटन के प्रथम नियम (जड़त्व का नियम) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये
- प्रश्न- न्यूटन के गति के नियम से क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- घर्षण का अर्थ और प्रकार का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं? खेल कौशल प्रदर्शित करते समय बल का प्रभावी उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है? उदाहरण सहित समझाइये।
- प्रश्न- घर्षण बल से आप क्या समझते हैं? खेलकूद में घर्षण के सिद्धान्तों का प्रयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- खेल खिलाड़ियों में बल और बल आघूर्ण के महत्त्व को बताइए।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ? बल के प्रकारों की व्याख्या करते हुए खेलों में इसका प्रभावी उपभोग किस प्रकार किया जा सकता है ?
- प्रश्न- बल की परिभाषा दीजिए। बल के प्रभाव तथा स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बल के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? बल के सामान्य सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- बल का मात्रक क्या है? उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अभिकेन्द्रीय बल से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अपकेन्द्रीय बल पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- चुम्बकीय बल या दबाव के बल पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अपकेन्द्रित बल के सिद्धान्त का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- उत्तोलक को परिभाषित करते हुए वर्गीकरण कीजिए और उचित उदाहरण की सहायता से खेल में इसके उचित उपयोग को बताइए।
- प्रश्न- उत्तोलन दण्ड की कृतियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- "मानव शरीर एक उत्तोलक के रूप में कार्य करता है "इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
- प्रश्न- लीवर की यांत्रिक सहायता पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- खेल उपकरण का लीवर के रूप में उपयोग बताइये।
- प्रश्न- प्रथम श्रेणी के उत्तोलक की परिभाषा दीजिए।
- प्रश्न- उत्तोलक की भुजा व प्रकार लीजिए।
- प्रश्न- Ist क्लास लीवर और III rd क्लास लीवर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- उत्तोलक से क्या अभिप्राय है। यह कितने प्रकार का होता है ?
- प्रश्न- सरल मशीन से क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- उत्तोलक (लीवर) का मानव शरीर में क्या प्रयोग है?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी में चाल, वेग, त्वरण, दूरी और विस्थापन को परिभाषित कीजिये
- प्रश्न- गतिकी से संबंधित प्रमुख तथ्य कौन-से हैं ?
- प्रश्न- आदिश और सदिश राशि से आप क्या समझते हैं ? दोनों में अन्तर बताये।
- प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं में त्वरण एवं संवेग को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- निम्नलिखित में से किन्हीं दो के बारे में लिखिये। (i) त्वरण (ii) वेग
- प्रश्न- जीव यांत्रिकी के अर्थ और क्षेत्र का विस्तापूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संवेग एवं त्वरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये। अथवा त्वरण पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- खेलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन क्या है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- द्रव्यमान एवं भार पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में रेखीय वेग और कोणीय वेग से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- दूरी और विस्थापन में अन्तर बताये ?
- प्रश्न- चाल और वेग में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- "विराम के जड़त्व के नियम से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- गति के जड़त्व से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- त्वरण के नियम से आपका क्या अभिप्राय है ? इसे अन्य किस नाम से जाना जाता है?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में किसका अध्ययन किया जाता है ?
- प्रश्न- जैव- यांत्रिकी का क्षेत्र स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गतिज विज्ञान में सन्तुलन से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्त और प्रकारों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- बल कितने प्रकार का होता है ? यह वस्तुओं को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
- प्रश्न- गति विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय गति विज्ञान का शारीरिक शिक्षा एवं खेल में महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ऊर्जा किसे कहते हैं ? ऊर्जा के प्रकार बतायें।
- प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र से क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- मानव शरीर में गुरुत्व केन्द्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- खेलों में गुरुत्व केन्द्र की क्या आवश्कता है ?
- प्रश्न- बल और संवेग में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- सन्तुलित बल और असन्तुलित बल में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) के अन्तर्गत प्रमुख रूप से किसका अध्ययन किया जाता है?
- प्रश्न- 'कोणीय चाल' और 'कोणीय वेग' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- कोणीय त्वरण क्या है ? इसका सूत्र का उल्लेख कीजिये ?
- प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- रेखित गति से आपका क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- कोणीय संवेग क्या है ?
- प्रश्न- द्रव्यमान (Mass) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- वजन (Weight) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- गति से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- दबाव से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- (Kinetics) और (Kinematics) में क्या अन्तर हैं ? स्पष्ट कीजिये ?
- प्रश्न- गति विज्ञान के नियम बताइए।